ज्यादा सोने या अत्यधिक नींद लेना कई तरह के स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का कारण बन सकता है। यहां कुछ ऐसे नुक्सान दिए गए हैं जो ज्यादा सोने से हो सकते हैं:
1.सर दर्द:-
कुछ लोगों को ज्यादा सोने से सर दर्द की शिकायत हो सकती है। ये अधिक नींद लेने से शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर (neurotransmitters) का संतुलन बिगड़ने के कारण होता है।
2.मोटापा:-
अत्यधिक सोने से शारीरिक गतिविधि कम हो जाती है, जिससे कैलोरी बर्न करने की दर कम हो जाती है। इससे वजन बढ़ने का खतरा रहता है।
3.हृदय रोग और मधुमेह:-
कुछ अध्ययनों से यह पता चलता है कि जो लोग रोजाना 9 घंटे से अधिक सोते हैं, उनमें हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह और अन्य पुरानी बीमारियों के होने का जोखिम बढ़ जाता है।
4.अवसाद (Depression):-
अवसाद और ज्यादा सोने का आपस में गहरा संबंध होता है। ज्यादा सोने से मन उदास और निराश हो सकता है।
5.याददश्त में कामी:-
नींद का प्रभाव सीधे दिमाग पर पड़ता है। ज्यादा सोने से याददाश्त और संज्ञानात्मक क्षमाताओं पर विपरीत असर पड़ सकता है।
6.शारीरिक दर्द (body pain):-
कुछ लोगों को ज्यादा सोने के बाद शरीर में दर्द की शिकायत होती है, खास पीठ और गर्दन में।
7. प्रतिरोधक क्षमाता:-
ज्यादा सोने से प्रतिरक्षा प्रणाली कामजोर हो सकती है, जिससे सर्दी-जुकाम और अन्य संक्रमण होने की संभावना बढ़ जाती है।
8.समय की बर्बादी:-
ज्यादा वक्त सोने में लगाने से दिन के दूसरे महत्वपूर्ण कार्यों का समय कम हो जाता है, जिससे व्यक्ति की उत्पादकता (productivity) प्रभावित हो सकती है।
हर व्यक्ति के लिए जरूरी नींद की मात्रा अलग होती है, लेकिन आम तौर पर वयस्क व्यक्ति के लिए प्रतिदिन 7-9 घंटे की नींद प्रयाप्त होती है। यदि आपको लग रहा है कि आप अत्यधिक सोते हैं और इसका आपकी दैनिक दिनचर्या और स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ रहा है, तो आपको इसका समाधान ढूंढना चाहिए, जैसे कि अपनी नींद की आदतों को सुधारना, तनाव कम करना, या किसी स्वास्थ्य विशेष से सलाह लेना।
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